Friday, October 31, 2008

पुराणों में पीपल की पूजा का महत्व

पुराणों में पीपल के वृक्ष के महत्व का विस्तार से वर्णन किया गया है |महामुनि व्यास के अनुसार प्रात: स्नान के बाद पीपल का स्पर्श करने से व्यक्ति के समस्त पाप भस्म हो जाते हैं तथा लक्ष्मी की प्राप्ति होती है |उसकी प्रदक्षिणा करने से आयु में वृद्धि होती है |अश्वत्थ वृक्ष को दूध ,नैवेद्य ,धूप -दीप ,फल -फूल अर्पित करने से मनुष्य को समस्त सुख -वैभव की प्राप्ति होती है |
पीपल की जड़ के निकट बैठ कर जो जप ,दान ,होम ,स्तोत्र पाठ अनुष्ठान किया जाता है उनका फल अक्षय होता है |पीपल की जड़ में श्री विष्णु ,मध्य में शिव -शंकर तथा अग्र भाग में ब्रह्मा स्थित होते हैं अतः उस को प्रणाम मात्र से ही समस्त देवता प्रसन्न हो जाते हैं |पीपल के नीचे किया गया दान अक्षय हो कर जन्म -जन्मान्तरों तक फलदाई होता है |जिस प्रकार संसार में गौ ,ब्राह्मण देवता पूजनीय हैं उसी प्रकार पीपल भी पूजा के योग्य है |
पीपल को रोपने से धन ,रक्षा करने से पुत्र ,स्पर्श करने से स्वर्ग एवम पूजने से मोक्ष की प्राप्ति होती है |जो व्यक्ति पीपल को काटता या हानि पहुंचाता है उसे एक कल्प तक नर्क भोग कर चांडाल की योनी में जन्म लेना पड़ता है |

6 comments:

Udan Tashtari said...

हिन्दी चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है. नियमित लेखन के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाऐं.

वर्ड वेरिपिकेशन हटा लें तो टिप्पणी करने में सुविधा होगी. बस एक निवेदन है.

डेश बोर्ड से सेटिंग में जायें फिर सेटिंग से कमेंट में और सबसे नीचे- शो वर्ड वेरीफिकेशन में ’नहीं’ चुन लें, बस!!!

संगीता पुरी said...

इस नए चिटठे के साथ चिटठा जगत में आपका स्‍वागत है । बहुत अच्‍छा लिखते हैं आप। आशा है कि आप अपनी प्रतिभा से हिन्‍दी चिटठा जगत को मजबूती देकर पाठको का ज्ञानवर्द्धन करेंगे। हमारी शुभकामनाएं आपके साथ है।

रचना गौड़ ’भारती’ said...

जो व्यक्ति पीपल को काटता या हानि पहुंचाता है उसे एक कल्प तक नर्क भोग कर चांडाल की योनी में जन्म लेना पड़ता है |
बहुत अच्छी जानकारी के लिए धन्यवाद ।
वैसे भी वॄक्ष प्राण वायु दाता होते हैं इन्हे नहीं काटना चाहिए ।

रचना गौड़ ’भारती’ said...

जो व्यक्ति पीपल को काटता या हानि पहुंचाता है उसे एक कल्प तक नर्क भोग कर चांडाल की योनी में जन्म लेना पड़ता है |
वैसे भी वॄक्ष प्राण वायु दाता होते हैं,इन्हें नहीं काटना चाहिए।

Amit K Sagar said...

ब्लोगिंग जगत में आपका स्वागत है. लिखते रहिये. शुभकामनयें.
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मेरे ब्लॉग पर आप सादर आमंत्रित हैं.s

anshujain said...

kya pipal ghar me nahi lagna chahiye .or apne aap ug jaye to use ukhad ke bgana nahi chahiye.........bataeye